Sunday, December 9, 2007

''आज शाम तक अगर पचास हजार रूपयों का इन्तजाम नहीं हुआ तो बेइज्जती से बचने के लिये मुझे जहर पी लेना पड़ेगा! क्या तू मेरी मदद कर सकता है दोस्त ?''
''क्या करूं ? मेरे पास तो एक बूंद भी नहीं है!''

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