रमेश (महेश से)- तुम्हारे प्रत्येक मामले में अपनी पत्नी के साथ मतभेद होता है?
महेश (रमेश से)- हां यार, सिर्फ एक मौका मेरे जीवन में ऐसा भी आया था जबकि मतभेद नहीं हुआ। महेश ने दिमाग पर जोर डालते हुए कहा।
रमेश- कौन सा मौका?
महेश- एक बार जब हमारे घर में आग लगी थी, तब हम दोनों एक ही गेट से बाहर भागे थे।
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